चर्चा बिंदू - संघ कार्य की विशेषताएं
- सम्पूर्ण समाज एक परिवार - यह मान्यता । प्रान्त, भाषा, वर्ग के लिए स्थान नहीं, समग्रता का चिन्तन ।
- व्यक्ति रचना का कार्य - चारित्र्य सम्पन्न व्यक्तियों का निर्माण । व्यक्ति के उच्चतम विकास के लिए अवसर और गुणों को प्रोत्साहन । ईर्ष्या, द्वेष, स्पर्धा के लिए स्थान नहीं - नि:स्वार्थ कार्य ।
- साधना परक–प्रचारक या आन्दोलनात्मक नहीं। गुप्त नहीं तो शान्ति से चलने वाला। अप्रदर्शनप्रिय, जोश या हड़बड़ी का नहीं । अतः क्षणिक नहीं, टिकाऊ ।
- उच्च आदर्श, परंतु सरल कार्यक्रम ।
- स्वयं का आदर्शवाद-उपदेशक की भूमिका नहीं ।
- व्यवहार की शुद्धता पर बल-तत्त्व एवं व्यवहार का सामंजस्य । सिद्धान्तों की आचरण द्वारा अभिव्यक्ति । मनसा, वाचा, कर्मणा अनुशासन ।
- ध्येयसंगत बुद्धि, व्यवहार एवं जीवन रचना का आग्रह ।
- तत्त्व निष्ठा, व्यक्ति निष्ठा नहीं ।
- अराजनीतिक स्वरूप ।
- सम्पूर्ण ऐक्य के लिए बीज - केन्द्र प्रतीक ( भगवाध्वज, प्रार्थना, एकात्मता स्तोत्र, मंत्र आदि)।
Tags
चर्चा बिंदु
